High Court || Family law || Sister's right in brother's property but

preview_player
Показать описание
High Court || Family law || Sister's right in brother's property but
in this video - Sister's right in brother's property but in-law's property should be divided keeping it together family law -What are the rights of a sister? What are the rights of a sister?, daughter's right in mother's property, property dispute between brother and sister, can ancestral property be willed, right of younger in elder brother's property, Indian Succession Act, brother's brother's right in property -Brother-sister relationship is considered to be the sweetest relationship in the world.

Source By : MP High Court

Must Watch
Like
Share & Comment For Latest Updates
Subscribe The Channel & Press The Bell Icon

*This Video is strictly for Legal Awareness & Education Purpose only.

★ Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

#law #lawyer #judge #judgement #supremecourt #highcourt #mphighcourt
Рекомендации по теме
Комментарии
Автор

जज.. सहाब का ये निर्णय अच्छा लगा...ताकी किसी बहन बेटी को मोहरा बना के ससुराल वाले किसी की जायदाद हड़प ना करे.

maheshgadhadara
Автор

जज साहब का फैसला बहुत ही महत्वपूर्ण है यह बात ठीक तरह से तर्क संगत है

bijenderdahiya
Автор

बहुत अच्छा निर्णय,
ससुराल और मायके को मिलाकर बंटवारा हो,
दावा है फिर एक भी शुर्पनखा नजर नहीं आएंगी
कोर्ट में।

ritiniti
Автор

बहुत सुन्दर फैसला, , जब बहिन की शादी मे भाई और माँ बाप पूरी कमाई खर्च कर देती है, तो बहिन को भी अपने ससुराल की जायदाद पर भाइयों का हक होना चाहिये, , अधिकार केवल एकतरफा क्यों, ? क्या मायके वाले जिंदगी भर शादी का कर्ज उतारते रहेंगे, दामाद को दहेज मे सबकुछ देकर भी,

KuldeepG
Автор

ऐसे फैसले होने लगे कोर्ट में पारिवारिक मामला कम जाएगा जज साहब का बहुत बढ़िया फैसला सत सत नमन

shivendrakumartiwaribhkti
Автор

If daughter wants equal part in parent's property, they should take equal responsibility of parents, physically, emotionally, and financially.

athensmajnoo
Автор

बहुत अच्छा निर्णय विद्वान् न्यायाधीश महोदय का, आप के इसी प्रकार के निर्णयों पर सत्य टिका हुआ है।

jitendrasharma
Автор

Shree maan judge Sahab ji apne yeh jajmant bahut hi achhi diya hai Sir ji apko sader parnam

babulal
Автор

केवल बिना सदी सुदा लड़कियों को ही मां बाप की जमीन पर हक मिलना चाहिए। आज कल ससुराल वालो के मन मैं लालच आ जाता है और वो लड़की वालो के परिवार की जमीन पर हक जमाने लगते है। इस तरह से ये एक चैन बन जाती है

arvindvohra
Автор

बहुत बढ़िया मजिस्ट्रेट साहब बहुत समझदारी से शांति पूर्वक अपने बातें कहीं और सही फैसला करते हैं आप।

RameshSharma-tivt
Автор

कर्ज चुकाने का हिस्सा केवल बेटों को ही मिलेगा हमेशा

anandchauhan
Автор

Not just following law but preventing misuse of law is equally important …Well Done Sir! 👏👏

rajg
Автор

जय जय श्री सीताराम । में जज साहेब को प्रणाम करता हूं । बहुत सुंदर निर्नय लिया है ऐसा ही फेसला होना चाहिए ।

dnlihlkumksaakar
Автор

ऐसा ही फैसला होना चाहिए हर जगह तो हर घर की जमीन बिकाने से बच जाएगी

Utkrushttopclasses
Автор

आज की डेट में इस तरह का कैश बहुत ज्यादा आ रहे हैं अगर कोर्ट अपने फैसले इस तरह सुनने लग जाए तो एक भी बहन कोर्ट में नजर नहीं आएगी

nandlalmali
Автор

जज साहब मेरी दिल की बात कर दिया साहब ने😂

indianms
Автор

भाई, किसके सहारे जिंदा रहेगा, अगर उसके पास जमीन नही होगा तो, भीख मांगेगा या मजदूरी करेगा🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔

balbhadra
Автор

बहुत ही सटीक और जलदी मे मामला निपटाने वाला फैसला दिया है माननीय न्यायाधीश महोदय ने
ऐसे फैसले देखके न्यायव्यवस्था पे और भरोसा मजबूत होने लगता है
एक माँ, बाप, भाई अपनी जिंदगी खर्च देते है बेहनो के लिये और वो थोडीसी लालच मे सब रिशते खत्म करने के लिये तैयार हो जाती है, जीन हाथो ने उनकी डोली उठायी होती है उनही हाथो को न्यायालय के चक्कर लगवाती है (हा, ये भी है के सब बेहने एक जैसी नहीं होती)

maheshgunjal
Автор

माननीय जज की निष्पक्ष न्याय प्रक्रिया देखा आंखें भर आईं ❤❤❤❤❤

rajputjagdishkumar
Автор

जज साहब आप वहुत ही अच्छे इंसान निकले जो आपने कहा कि ससुराल की
जमीन का भी बटवारा हो इतनी सुनकर
वो सूपर्णखां जमीन में हिस्सा मांगना भूल जाएगी

AmitYadav-trov