Asaan Ishq Nemaz Jadon | Abida Parveen | Eagle Stereo | HD Video

preview_player
Показать описание
Abida Parveen, is a Pakistani Sufi Muslim singer, composer and musician. She is also a painter and entrepreneur. "Abida Praveen" is one of the highest paid singers in Pakistan. Her singing and music has earned her many accolades, and she has been dubbed as the 'Queen of Sufi music'.
Рекомендации по теме
Комментарии
Автор

اللّٰہ تعالٰی آپ کو لمبی عمر اور صحت و تندرستی عطا فرمائے آمین ثم آمین 🤲🏼❤️‍🩹
عابدہ پروین صاحبہ کا کوئی ثانی نہیں کلام پڑھنے میں ❤🔥

ahzazhussain
Автор

The two voices from Pakistan I thought they are the from another Universe, the first one of Legendary Ustad Late Nusrat Fateh Ali Khan Sb and second none other than Abida Parveen Sahiba.

AlviPIA
Автор

سبحان اللّہ کیا صوفی کلام ہے اللّہ ھم سب کو سمجھنے کی توفیق دے آمین

yumkitchen
Автор

ماشاءاللّٰه لاجواب صوفی کلام ہر ایک ایک جملے میں گھرائ ہے اللّه ہم سب کو سمجھنے کی توفیق عطاء فرمایے ۔آمین

ikramkhokharikramkhokhar
Автор

Ek kamal abida duja kamal bulle shah teejaa kamal raag kalyarn.. kya baat hy ❤

maruiayaz
Автор

abida pareveen Is my Most Favorite singer ... after Late nusrat Sahab ... um listening this Beautiful kalam In 2k24 and 27 may ...
like my Comment So that I listen again . . . . . .
#2k24
#27 may ...

shaanhashmi
Автор

ایسے کلام سننے کیلئے لازمی ہے کہ سننے والا عاشق ہو ورنہ سمجھ نہیں آئے گی

AsifnawazNawaz-pcvl
Автор

❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ mashallah beautiful lines voice superb suplandid peacefully beautiful voice ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

BhatKhalida
Автор

Wah maza a geya Allah lambi sehat wali zindgi de abida g ko🥰🤲

hinalatif
Автор

|| ॐ श्री परमात्मने नमः ||
वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम् | देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम् ||

* यह एक बड़ी मार्मिक बात है कि मनुष्य जिन प्राकृत पदार्थोंको अपना मान लेते हैं, उन पदार्थोंके सदा ही परवश (पराधीन) हो जाते हैं |

वे वहम तो यह रखते हैं कि हम इन पदार्थोंके मालिक हैं, पर हो जाते हैं उनके गुलाम ! परन्तु जिन पदार्थोंको अपना नहीं मानते, उन पदार्थोंके परवश नहीं होते |

इसलिये मनुष्यको किसी भी प्राकृत पदार्थको अपना नहीं मानना चाहिये; क्योंकि वे वास्तवमें अपने हैं ही नहीं |

अपने तो वास्तवमें केवल भगवान् ही हैं |

उन भगवान्-को अपना माननेसे मनुष्यकी परवशता सदाके लिये समाप्त हो जाती है |

तात्पर्य यह हुआ कि मनुष्य पदार्थों और क्रियाओंको अपनी मानता है तो सर्वथा परतन्त्र हो जाता है, और भगवान्-को अपना मानता है और उनके अनन्य शरण होता है तो सर्वथा स्वतन्त्र हो जाता है |

प्रभुके शरणागत होनेपर परतन्त्रता लेशमात्र भी नहीं रहती---यह शरणागतिकी महिमा है |

परन्तु जो प्रभुकी शरण न लेकर अहङ्कारकी शरण लेते हैं, वे मौतके मार्ग-(संसार-)में बह जाते हैं---‘निवर्तन्ते मृत्युसंसारवर्त्मनि’ (९ | ३) |

इसी बातकी चेतावनी देते हुए भगवान् अर्जुनसे कह रहे हैं कि तू जो यह कहता है कि मैं युद्ध नहीं करूँगा, तो तेरा यह कहना, तेरी यह हेकड़ी चलेगी नहीं |

तुझे क्षात्र-प्रकृतिके परवश होकर युद्ध करना ही पड़ेगा |

* व्यवसाय अर्थात् निश्चय दो तरहका होता है---वास्तविक और अवास्तविक |

परमात्माके साथ अपना जो नित्य सम्बन्ध है, उसका निश्चय करना तो वास्तविक है और प्रकृतिके साथ मिलकर प्राकृत पदार्थोंका निश्चय करना अवास्तविक है |

जो निश्चय परमात्माको लेकर होता है, उसमें स्वयंकी प्रधानता रहती है, और जो निश्चय प्रकृतिको लेकर होता है, उसमें अन्तःकरणकी प्रधानता रहती है |

इसलिये भगवान् यहाँ अर्जुनसे कहते हैं कि अहङ्कारका अर्थात् प्रकृतिका आश्रय लेकर तू जो यह कह रहा है कि मैं युद्ध नहीं करूँगा, ऐसा तेरा (क्षात्र-प्रकृतिके विरुद्ध) निश्चय अवास्तविक अर्थात् मिथ्या है, झूठा है |

आश्रय परमात्माका ही होना चाहिये, प्रकृति और प्रकृतिके कार्य संसारका नहीं |

* यदि प्राणी यह निश्चय कर लेता है कि मैं परमात्माका ही हूँ और मुझे केवल परमात्माकी तरफ ही चलना है, तो उसका यह निश्चय वास्तविक अर्थात् सत्य है, नित्य है |

इस निश्चयकी महिमा भगवान्-ने नवें अध्यायके तीसवें श्लोकमें की है कि अगर दुराचारी-से-दुराचारी मनुष्य भी अनन्यभावसे मेरा भजन करता है तो उसको दुराचारी नहीं मानना चाहिये, प्रत्युत साधु ही मानना चाहिये, क्योंकि वह वास्तविक निश्चय कर चूका है कि मैं भगवान्-का ही हूँ और भगवान्-का ही भजन करूँगा |

{गीताप्रेस गोरखपुरसे प्रकाशित श्रद्धेयस्वामीरामसुखदासजी की टीका श्रीमद्भगवद्गीता साधक संजीवनी के अध्याय-१८ के उन्सठवें श्लोकसे}

radheradheju
Автор

اللھ تعالی ہمیں بہے سیدے رستے پر چلنے کی توفیق دی اور ہمیں آزمائش میں قامیابے دے

tutadilgamer
Автор

May ALLAH ❤ clean our hearts and souls ameen 😢🤲🏼

stars
Автор

Queen of Lakana, sindh, Pakistan♥️♥️♥️🤩

awaissoomro
Автор

Tusan uchay tusadi zaat uchi, tusan Uch shahar dey rahan walay ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

luckyprince
Автор

ALLAH forgive and guide us right ways ameen 😢

stars
Автор

2012 me suna krta tha r aj stereo eagle thanks for preserving a master piece of work.

Muhammad_Yasir.
Автор

soulful attachments ❤️❤️❤️💖💖
Big fan Abida Parveen ma'am🥰🥰

shahzaibkhan
Автор

This show the love of baba bula shah(R.A) for Hazrat Muhammed(S) and ALLAH PAK

rais
Автор

Ma sha Allah Mola pak Sada Salmat rakhay ! Elahi Ameen

khanbaig