Vedsar Shiv Stav with lyrics - Pujya Rameshbhai Oza

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#Lordshiva #Stotra #Rameshbhaioza
Vedsar Shiv Stav (वेदसार शिवस्तवः ) is a divine stotra offered to Lord Shiva. Vedsar Shiv Stav was created by Adi sankaracharya
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जो सम्पूर्ण प्राणियों के रक्षक हैं, पाप का ध्वंस करनेवाले हैं, परमेश्वर हैं, गजराज का चर्मपहने हुए हैं तथा श्रेष्ठ हैं और जिनके जटाजूट में श्रीगंगा जी खेल रहीं हैं उन एकमात्र कामारि श्रीमहादेवजी का मैं स्मरण करता हूँ ॥1॥

चन्द्र​, सूर्य और अग्नि तीनों जिनके नेत्र हैं उन विरूपनयन महेश्वर, देवेश्वर​, देव​-दुःखदलन, विभु, विश्वनाथ​, विभूति-भूषण, नित्यानन्द स्वरूप​, पञ्चमुख भग्वान श्री महादेवजी की मैं स्तुति करता हूँ ॥ 2 ॥

जो कैलाशनाथ हैं, गणनाथ हैं, नीलकण्ठ है॔, बैलपर चढे़ हुऐ हैं, अगणित रूपवाले हैं, संसार के आदिकारण हैं, प्रकाशस्वरूप हैं, शरीर पे भस्म लगाये हुऐ है और श्रीपार्वती जी जिनकी अर्धांगिनि हैं, उन पञ्चमुख महादेवजी को मैं भजता हूँ ॥ 3 ॥



हे पार्वतीवल्लभ महादेव ! हे चन्द्रशेखर ! हे त्रिशूलिन ! हे जटाजूटधारिन ! हे विश्वरूप ! एकमात्र आप ही जगत में व्यापक हैं । पूर्णरूप प्रभो ! प्रसन्न होइये, प्रसन्न होइये ॥ 4 ॥



जो परमात्मा हैं, एक हैं, जगत के आदिकारण हैं, इच्छारहित हैं, निराकार हैं और प्रणवद्वारा जानने योग्य हैं तथा जिनसे सम्पूर्ण विश्व की उत्पत्ति और पालन होता है और फिर जिनमें उसका लय हो जाता है उन प्रभु को मैं भजता हूँ ॥ 5 ॥



जो न पृथ्वी हैं, न जल हैं, न अग्नि हैं, न वायु हैं और न आकाश हैं, न तन्द्रा हैं, न निद्रा हैं, न ग्रीष्म हैं और न शीत हैं, तथा जिनका न कोई देश है, न वेष है उन मूर्तिहीन त्रिमूर्ति की मैं स्तुति करता हूँ ॥ 6 ॥



जो अजन्मा हैं, नित्य हैं, कारण के भी कारण हैं, कल्याणस्वरूप हैं, एक हैं, प्रकाशकों के भी प्रकाशक हैं, अवस्थात्रयसे विलक्षण हैं, अज्ञान से परे हैं, अनादि और अनन्त हैं उन परम​-पावन अद्वैत​-स्वरूप को मैं प्रणाम करता हूँ ॥ 7 ॥



हे विश्वमूर्ते ! हे विभो ! आपको नमस्कार है, नमस्कार है, हे चिदानन्दमूर्ते ! आपको नमस्कार है, नमस्कार है । हे तप तथा योगसे प्राप्तव्य प्रभो ! आपको नमस्कार है, नमस्कार है । वेदवैद्य भगवन ! आपको नमस्कार है, नमस्कार है ॥ 8 ॥



हे प्रभो ! हे त्रिशूलपाणे ! हे विभो ! हे विश्वनाथ ! हे महादेव ! हे शम्भो ! हे महेश्वर ! हे त्रिनेत्र ! हे पार्वतीप्राणवल्लभ ! हे शान्त ! हे कामारे ! हे त्रिपुरारे ! तुम्हारे अतिरिक्त न कोई श्रेष्ठ है, न माननीय है और न गणनीय है ॥ 9 ॥

हे शम्भो ! हे महेश्वर ! करूणामय ! हे त्रिशूलिन ! हे गौरीपते ! हे पशुपते ! हे पशुबन्धमोचन ! हे काशीश्वर ! एक तुम्हीं करूणावश इस जगत की उत्पत्ति, पालन और संहार करते हो; प्रभो ! तुम ही इसके एकमात्र स्वामी हो ॥ 10 ॥



हे देव ! हे शंकर ! हे कन्दर्पदलन ! हे शिव ! हे विश्वनाथ ! हे ईश्वर ! हे हर ! हे चराचरजगद्रूप प्रभो ! यह लिंगस्वरूप समस्त जगत तुम्हीसे उत्पन्न होता है, तुम्हीमें स्थित रहता है और तुम्हीमें लय हो जाता है ॥ 11 ॥

premabhisheknagar
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मैने पूरा याद कर लिया है, सुन सुन कर, हर हर महादेव।

ravindra
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Pata ni ye Ved Sar sunte hi man sant ho jata hai kisi ko hota hai to like karo

sktiktoktrends
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परम पूज्य रमेश भाई ओझा जी जब वेद सार को बड़े तन्मयता से गाते हैं तो यह आभास होता है कि जैसे अभी भगवान शिव प्रकट हो जायेंगे।

apmaithani
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तीन वर्षों से सुन रही हूँ
प्रभु की अंतिम रचना

sanskari
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प्रणाम गुरु जी🙏🙏🙏 आप के मुखारविंद से
वेदसार शिव स्तव: सुनकर मन को बहुत शान्ति मिलती है ऐसे लगता है कि भोले नाथ आ रहें हैं बहुत बहुत धन्यवाद गुरु जी आप को माता सरस्वती का आशीर्वाद है आप के ऊपर गुरु जी प्रणाम गुरु जी🙏🙏🙏🙏

anupandey
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इसको जितनी बार सुनते हैं आत्मिक शान्ति मिलती है ये सबको सुनना चाहिए

sumanprayag
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मैं धन्य हूँ जो मुझे पूज्य रमेश भाई औझा जी के सामने से दर्शन प्राप्त हुए हैं 🙏🙏🙏

ravikantkothiyal
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Superशंकर की ज्योति से नूर मिलता है
भक्तो के दिलों को सुकून मिलता है
शिव के द्वार आता है जो भी
सबको फल ज़रूर मिलता है!

pankajsinhbhagwansinhrajpu
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संस्कृत शब्दों का इतना स्पष्ट उच्चारण और इतना सुमधुर सचमे भाईश्री आपने मंत्रमुग्ध करा 🙏❤️

kartikkartik
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Tears came out while listening.... Har har mahadev 😍🥰

allaboutit-
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दिल को बहुत सुकून मिलता है, हे प्रभू मेरे शम्भू नाथ 🙏🙏🙏

omprakashtiwari
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मानसिक शांति हेतु एकमात्र उपाय-शिव नाम, शिव स्तुतिः
ये सुनकर अलग ही आत्मिक शान्ति का अनुभव होता है।
हर हर महादेव

hinaarya
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परम पूज्य संत श्री रमेश भाई ओझा जी को मेरा कोटि कोटि प्रणाम 🙏

narendrasinghnegi
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इंस्टाग्राम से सुनकर यहाँ आया पहली बार सुना ये भजन और ये आवाज़ भी जिसने आत्मा तक क़ो हिला दिया। अब ये मैं चौथी बार sun रहा हूँ। जय शिव शम्भु। भगवन आप पर कृपा बनाये रखे 😘🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

parveshcivile
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એક દમ શુદ્ધ અને સ્પષ્ટ ઉચ્ચારણ થી આ ભાઈશ્રી રમેશભાઈ ઓઝા ના સ્વરે સ્તોત્ર શાભળતા જ વાતાવરણ ખૂબ સુંદર અને મહાદેવ ની ભક્તિમય બની જાય છે..

bhautikdave
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प्रणाम रमेश भाई ओझा जी, आपके स्वर मे एक अलौकिक आनन्द की अनुभूति होती है

rajaramshah
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हर हर महादेव जय श्री महाकाल सरकार की 🙏🚩

vijaydwivedi-kxyt
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ईश्वर अनुभूति होती है ये सुनने बाद
रमेश भाई ओझा की आवाज मैं जादू है 🙏🙏

vineshpatel
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On Namah shivaya Thanks for sharing very beautiful presentation

gangasharma