filmov
tv
Chupke Chupke Raat Din Aansoon Bahana Yaad Hai | Ghulam Ali Ghazals | Old ghazals | Sad Ghazals
Показать описание
Tune into soulful ghazal,Chupke Chupke Raat Din Aansoon Bahana Yaad Hai by Ghulam Ali only on @saregamaghazal !!!!
Credits:
Song Name: Chupke Chupke Raat Din Aansoon Bahana Yaad Hai
🎙️ Artist: Ghulam Ali
🎼 Music: Ghulam Ali
✍ Lyrics: Hasrat Mohani
Lyrics:
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
तुझसे मिलते ही वो कुच्छ
बेबाक हो जाना मेरा
तुझसे मिलते ही वो कुच्छ
बेबाक हो जाना मेरा
और तेरा दाँतों में
वो उंगली दबाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
चोरी चोरी हमसे तुम
आ कर मिले थे जिस जगह
चोरी चोरी हमसे तुम
आ कर मिले थे जिस जगह
मुद्दतें गुज़ारीन पर
अब तक वो ठिकाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
खैंच लेना वो मेरा
पर्दे का कोना दफ़तन
खैंच लेना वो मेरा
पर्दे का कोना दफ़तन
और दुपट्टे से तेरा वो
मुँह च्छुपाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी
का वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
दोपहर की धूप में
मेरे बुलाने के लिए
दोपहर की धूप में
मेरे बुलाने के लिए
वो तेरा कोठे पे नंगे
पाँव आना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
#chupkechupke
#chupkechupkeraatdin
#urdupoetry
#sadghazal
Label :: Saregama India Ltd
For more videos log on & subscribe to our channel :
Credits:
Song Name: Chupke Chupke Raat Din Aansoon Bahana Yaad Hai
🎙️ Artist: Ghulam Ali
🎼 Music: Ghulam Ali
✍ Lyrics: Hasrat Mohani
Lyrics:
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
तुझसे मिलते ही वो कुच्छ
बेबाक हो जाना मेरा
तुझसे मिलते ही वो कुच्छ
बेबाक हो जाना मेरा
और तेरा दाँतों में
वो उंगली दबाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
चोरी चोरी हमसे तुम
आ कर मिले थे जिस जगह
चोरी चोरी हमसे तुम
आ कर मिले थे जिस जगह
मुद्दतें गुज़ारीन पर
अब तक वो ठिकाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
खैंच लेना वो मेरा
पर्दे का कोना दफ़तन
खैंच लेना वो मेरा
पर्दे का कोना दफ़तन
और दुपट्टे से तेरा वो
मुँह च्छुपाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी
का वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
दोपहर की धूप में
मेरे बुलाने के लिए
दोपहर की धूप में
मेरे बुलाने के लिए
वो तेरा कोठे पे नंगे
पाँव आना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का
वो ज़माना याद है
चुपके चुपके रात दिन
आँसू बहाना याद है
#chupkechupke
#chupkechupkeraatdin
#urdupoetry
#sadghazal
Label :: Saregama India Ltd
For more videos log on & subscribe to our channel :
Комментарии