Shri Ram Stuti with Lyrics..Shri Ram Chandra Kripalu Bhajuman By Nitin Mukesh I Kalyug Aur Ramayan

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Ram Bhajan: Shri Ram Stuti...Shri Ram Chandra Kripalu Bhajuman
Movie Album: Kalyug Aur Ramayan
Singer: Nitin Mukesh
Composer: Kalyanji Anandji
Lyrics: Traditonal
Music Label: T-Series

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Комментарии
Автор

I am muslim but I love this bhajan....

sufiatahseen
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कलयुग में केवल नाम आधार,
राम नाम है तारणहार।
राम राम।

Surenderpalnarula
Автор

॥दोहा॥

1.श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
हरण भवभय दारुणं ।
नव कंज लोचन कंज मुख
कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥

MEANING:

हे मन कृपालु श्रीरामचन्द्रजी का भजन कर । वे संसार के जन्म-मरण रूपी दारुण भय को दूर करने वाले हैं ।
उनके नेत्र नव-विकसित कमल के समान हैं । मुख-हाथ और चरण भी लालकमल के सदृश हैं ॥१॥

2.कन्दर्प अगणित अमित छवि
नव नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि
नोमि जनक सुतावरं ॥२॥

MEANING:

उनके सौन्दर्य की छ्टा अगणित कामदेवों से बढ़कर है । उनके शरीर का नवीन नील-सजल मेघ के जैसा सुन्दर वर्ण है ।
पीताम्बर मेघरूप शरीर मानो बिजली के समान चमक रहा है । ऐसे पावनरूप जानकीपति श्रीरामजी को मैं नमस्कार करता हूँ ॥२॥


3.भजु दीनबन्धु दिनेश दानव
दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल
चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥

MEANING:


हे मन दीनों के बन्धु, सूर्य के समान तेजस्वी, दानव और दैत्यों के वंश का समूल नाश करने वाले,
आनन्दकन्द कोशल-देशरूपी आकाश में निर्मल चन्द्रमा के समान दशरथनन्दन श्रीराम का भजन कर ॥३॥


4.शिर मुकुट कुंडल तिलक
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर
संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥

MEANING:

जिनके मस्तक पर रत्नजड़ित मुकुट, कानों में कुण्डल भाल पर तिलक, और प्रत्येक अंग मे सुन्दर आभूषण सुशोभित हो रहे हैं ।
जिनकी भुजाएँ घुटनों तक लम्बी हैं । जो धनुष-बाण लिये हुए हैं, जिन्होनें संग्राम में खर-दूषण को जीत लिया है ॥४॥

5.इति वदति तुलसीदास शंकर
शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु
कामादि खलदल गंजनं ॥५॥

MEANING:

जो शिव, शेष और मुनियों के मन को प्रसन्न करने वाले और काम, क्रोध, लोभादि शत्रुओं का नाश करने वाले हैं,
तुलसीदास प्रार्थना करते हैं कि वे श्रीरघुनाथजी मेरे हृदय कमल में सदा निवास करें ॥५॥

6.मन जाहि राच्यो मिलहि सो
वर सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील
स्नेह जानत रावरो ॥६॥

MEANING:

जिसमें तुम्हारा मन अनुरक्त हो गया है, वही स्वभाव से सुन्दर साँवला वर (श्रीरामचन्द्रजी) तुमको मिलेगा।
वह जो दया का खजाना और सुजान (सर्वज्ञ) है, तुम्हारे शील और स्नेह को जानता है ॥६॥

7.एहि भांति गौरी असीस सुन सिय
सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि
मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥

MEANING:

इस प्रकार श्रीगौरीजी का आशीर्वाद सुनकर जानकीजी समेत सभी सखियाँ हृदय मे हर्षित हुईं।
तुलसीदासजी कहते हैं, भवानीजी को बार-बार पूजकर सीताजी प्रसन्न मन से राजमहल को लौट चलीं ॥७॥

॥सोरठा॥

जानी गौरी अनुकूल सिय
हिय हरषु न जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल वाम
अङ्ग फरकन लगे।

MEANING:

गौरीजी को अनुकूल जानकर सीताजी के हृदय में जो हर्ष हुआ वह कहा नही जा सकता। सुन्दर मंगलों के मूल उनके बाँये अंग फड़कने लगे ॥

vedified-spiritual
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सुबह पुजा और आरती के समय मन तृप्त हो जाता है जय सिया राम चंद्र की जय🙏🙏🙏

prakashpatil
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🔱🔱🔱🔱🔱ॐ जय श्रीमाँसियारामचंद्रदुताय नमो नमः ॐ जय श्रीमाँमाता महाराणीजी की जय ॐ जय श्रेष्ठ श्रीमाँमाताजीपिताजी की जय🔱🔱🔱🔱

bhaveshkumarsuryawanshi
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श्री राम स्तुति

श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन,
हरण भवभय दारुणं,
नव कंज लोचन* कंज मुख,
कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥

कन्दर्प अगणित अमित छवि,
नव नील नीरद सुन्दरं,
पटपीत मानहुँ* तडित रुचि शुचि,
नोमि जनक सुतावरं ॥२॥

भजु दीनबन्धु दिनेश दानव,
दैत्य वंश निकन्दनं,
रघुनन्द आनन्द* कन्द कोशल,
चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥

शिर मुकुट कुंडल तिलक,
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं,
आजानु भुज शर* चाप धर,
संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥

इति वदति तुलसीदास शंकर,
शेष मुनि मन रंजनं,
मम् हृदय कंज* निवास कुरु,
कामादि खलदल गंजनं ॥५॥

मन जाहि राच्यो मिलहि सो,
वर सहज सुन्दर सांवरो,
करुणा निधान* सुजान शील,
स्नेह जानत रावरो ॥६॥

एहि भांति गौरी असीस सुन सिय,
सहित हिय हरषित अली,
तुलसी भवानिहि* पूजी पुनि-पुनि,
मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥

॥सोरठा॥
जानी गौरी अनुकूल सिय हिय,
हरषु न जाइ कहि,
मंजुल मंगल मूल वाम,
अङ्ग फरकन लगे*।

|| सियावर राम चन्द्र की जय ||
रचयिता: गोस्वामी तुलसीदास
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल

bhopalanil
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Jai Shree Ramchandra Ji Ki Jai 🙏🌹❤️ Jai Shree Samodh Vale Veer Hanuman Ji Ki Jai 🙏🌹❤️

acsgauravshekhawat
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130 करोड़ लोगो के आराध्य भगवान श्री रामचंद्र जी की जय

vikasprajapat
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I want to check Who hears this every day jai siya raam🙇🏻‍♀️✨🌷🧡

tanisharajpurohit
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जय श्री राम ❤❤। जय हन हनुमंते स्वाहा ❤❤। हर हर महादेव ❤❤। ॐ ओम बागेश्वर स्वाहा❤❤। श्री शिवाय नमस्तुभय❤❤। सांबा सदाशिव ❤❤❤

YshRinwa
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ਜੈ ਜੈ ਸ਼੍ਰੀ ਰਾਮ ਚੰਦਰ ਜੀ ਕੀ ਜੈ ਹੋਵੇ 🙏🙏 ਆਵਾਜ਼ ਵਿਚ ਸ਼ਹਿਦ ਮਿਲਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ।

dharmsharma
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I have my exam after 5 days and I am relaxing here😌🤞🏻
No matter how modernized you are, at the end you have to come back here 🙌🏻

milkbreadchan
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Iss October kon kon sun raha hai ❤jài shree ram 🙏

AtulRaj
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Jai Shri Ram
I had a practice of chanting Shri Ram Raksha Strotra daily.
However once a thought came to me “I can only do some general chanting like take Raam Naam etc.I need not chant Shri Ram Raksha Strotra specifically”
Hence I discontinued it.
After a month I got a dream in which I was chanting Shri Ram Raksha Strotra with a relative sitting besides me.
In the dream I was chanting Shri Ram Raksha Stotra and during the chanting (In the dream), forgot the last few lines of the strotra and my relative mentioned that I have become forgetful.
I then remembered the lines and in the phase between dream and waking state, as I was rising from the bed, I completed the last few lines of the strotra.
The experience was so intense that I resumed the unbroken daily chanting of Shri Ram Raksha Strotra
Thanks

onlinesaidasa
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❤Jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram jai shree ram ❤ Jai shree ram ❤Jai bajrangbali ❤

anjalideepaksingh
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Aaj 29 nov ko kon kon sun rha hai shri ram Stuti I jai shree ram❤❤

VIKAS__CHAUHAN
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In this expensive era that's स्तुति। so prices less ❤️🚩🙏🏻Jay shree Ram

eklavyaonlineclass
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Hats off to Nitin Mukesh ji for singing this in a melodious voice, it's really mind relaxing 👏👏

poonamrampal
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Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram
Jay shree Ram 🚩🚩❤️❤️❤️❤️

Krish_joshi_
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Ye shri Ram ke Bhajan se sabko Shakti aati hai maana jata hai ki isse devta bhi gaate Hain aur ye sabse mhaan Bhajan hai Jai Shree Ram 😊

shivanshsaini