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Govt Jobs for Agriculture Graduates | IFS | Indian Forest Service Officer | BSc Agriculture |
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How to became Indian Forest Service (IFS) Officer.
India is home to some of the most indigenous flora and fauna in the world. To protect and preserve the heritage and beauty of these species, there is an authoritative body working towards maintaining it. The authority is called IFS or Indian Forest Services. The major responsibility of the IFS is to implement the National Forest Policy. The policy aims to ensure the ecological stability of the country through participatory sustainable management and protection of natural resources. Usually, an IFS officer assumes various positions in state forest departments. The highest-ranking of IFS official in each state is called as the Head of Forest Forces. It is one of the lucrative careers that offer permanent jobs to qualified persons and attractive salary packages.
इंडियन फॉरेस्ट सर्विस, तीन ऑल इंडिया सर्विसेज में से एक है। इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस Indian Administration Service यानी आईएएस IAS और इंडियन पुलिस सर्विस Indian Police Service यानी आईपीएस IPS के बाद इंडियन फॉरेस्ट सर्विस भारत की तीसरी महत्त्वपूर्ण सर्विस है। इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर का काम नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी National Forest Service को लागू करना है। आईएफएस अधिकारी जिला प्रशासन से पूरी तरह स्वतंत्र होता है। इन्हें अपने स्वयं के क्षेत्र में प्रशासनिक, न्यायिक और वित्तीय शक्तियों का उपयोग करने का अधिकार प्राप्त होता है। आज हम इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर बनने के लिए जरूरी योग्यता, परीक्षा और उनकी सैलरी के बारे में बात करेंगे।
यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यानी यूपीएससी UPSC हर साल इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर्स का चयन करता है। यह चयन प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी की जाती है। इसमें प्रारंभिक परीक्षा Preliminary Exam, मुख्य परीक्षा Main Exam और व्यक्तिगत परीक्षण Personal Exam शामिल है। व्यक्तिगत परीक्षण में उम्मीदवारों को दिल्ली प्राणी उद्यान में एक पैदल परीक्षण देना होता है जिसमें पुरुषों को चार घंटे में 25 किलोमीटर और महिला उम्मीदवारों को चार घंटे में 14 किलोमीटर चलना होता है। इन तीनों चरणों में सफल होने वाले उम्मीदवारों का चयन इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के लिए हो जाता है। चयनित उम्मीदवारों को लालबहादुर शास्त्री अकादमी The Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है, उसके बाद उन्हें देहरादून स्थित इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट एकेडमी Indira Gandhi National Forest Academy (IGNFA) में प्रशिक्षित किया जाता है। आईएफएस परीक्षा को सामान्य वर्ग के विद्यार्थी छह बार दे सकते हैं।
इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वद्यालय से एनिमल हस्बैंड्री एंड वेटरिनेरी साइंस, बॉटनी, केमिस्ट्री, जियोलॉजी, मैथमेटिक्स, फिजिक्स, स्टेटिस्टिक्स और जूलॉजी (Animal Husbandry & Veterinary Science/ Botany/ Chemistry/ Geology/ Mathematics/ Physics/ Statistics/ Zoology) में से किसी एक विषय के साथ ग्रेजुएट होना चाहिए। इसके अलावा बीएससी एग्रीकल्चर या फॉरेस्ट्री करने वाले उम्मीदवार भी इंडियन फॉरेस्ट सर्विस की परीक्षा दे सकते हैं। उम्मीदवार की आयु 21 से 32 साल के बीच होनी चाहिए।
दो साल के प्रशिक्षण के बाद उम्मीदवारों को उनके कैडर में प्रोबेशन पर भेजा जाता है जिसके बाद डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (Deputy Conservator of Forest) के पद पर नियुक्ति मिलती है। इसके बाद कंजरवेटर (Conservator of Forest), चीफ कंजरवेटर (Chief Conservator of Forest)और एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर (Additional Chief Conservator of Forest) पद से होते हुए आईएफएस ऑफिसर प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (Principal Chief Conservator of Forest) के पद तक पहुंच जाते हैं। इंडियन फॉरेस्ट सर्विस का सर्वोच्च पद केंद्रीय पर्यावरण सचिव (Environment secretary India) होता है।
शुरुआत में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर की मुख्य जिम्मेदारी नीतियों का निचले स्तर पर कार्यान्वयन होता है। इसके अलावा वन और वन्यजीवों का संरक्षण आईएफएस अधिकारियों की प्राथमिकता होती है। धीरे-धीरे यह जिम्मेदारी बढ़ती जाती है। उच्च स्तरों पर नीतिगत निर्णय लेने होते हैं। आईएफएस अधिकारियों की नेशनल पार्क, प्राणि व वनस्पति उद्यानों में तैनाती की जा सकती है। इनकी वन्यजीव अभ्यारण्य में भी तैनाती की जाती है।
इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर्स की विभिन्न पदों पर सैलरी अलग-अलग होती है। डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट को 1,18,500 रुपए से 2,14,100 रुपए प्रतिमाह तक सैलरी मिलती है। कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट को 1,31,100 रुपए से 2,16,600 रुपए तक हर महीने तक सैलरी मिलती है। इसी तरह चीफ कंजरवेटर को हर महीने 1,44,200 रुपए से 2,15,200 रुपए तक वेतन मिलता है। एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर को 1,82,200 रुपए से 2,24,100 रुपए महीने तक सैलरी मिलती है। प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट को प्रतिमाह 2,05,400 रुपए से 2,24,400 रुपए तक वेतन मिलता है।
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How to became Indian Forest Service (IFS) Officer.
India is home to some of the most indigenous flora and fauna in the world. To protect and preserve the heritage and beauty of these species, there is an authoritative body working towards maintaining it. The authority is called IFS or Indian Forest Services. The major responsibility of the IFS is to implement the National Forest Policy. The policy aims to ensure the ecological stability of the country through participatory sustainable management and protection of natural resources. Usually, an IFS officer assumes various positions in state forest departments. The highest-ranking of IFS official in each state is called as the Head of Forest Forces. It is one of the lucrative careers that offer permanent jobs to qualified persons and attractive salary packages.
इंडियन फॉरेस्ट सर्विस, तीन ऑल इंडिया सर्विसेज में से एक है। इंडियन एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस Indian Administration Service यानी आईएएस IAS और इंडियन पुलिस सर्विस Indian Police Service यानी आईपीएस IPS के बाद इंडियन फॉरेस्ट सर्विस भारत की तीसरी महत्त्वपूर्ण सर्विस है। इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर का काम नेशनल फॉरेस्ट पॉलिसी National Forest Service को लागू करना है। आईएफएस अधिकारी जिला प्रशासन से पूरी तरह स्वतंत्र होता है। इन्हें अपने स्वयं के क्षेत्र में प्रशासनिक, न्यायिक और वित्तीय शक्तियों का उपयोग करने का अधिकार प्राप्त होता है। आज हम इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर बनने के लिए जरूरी योग्यता, परीक्षा और उनकी सैलरी के बारे में बात करेंगे।
यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यानी यूपीएससी UPSC हर साल इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर्स का चयन करता है। यह चयन प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी की जाती है। इसमें प्रारंभिक परीक्षा Preliminary Exam, मुख्य परीक्षा Main Exam और व्यक्तिगत परीक्षण Personal Exam शामिल है। व्यक्तिगत परीक्षण में उम्मीदवारों को दिल्ली प्राणी उद्यान में एक पैदल परीक्षण देना होता है जिसमें पुरुषों को चार घंटे में 25 किलोमीटर और महिला उम्मीदवारों को चार घंटे में 14 किलोमीटर चलना होता है। इन तीनों चरणों में सफल होने वाले उम्मीदवारों का चयन इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के लिए हो जाता है। चयनित उम्मीदवारों को लालबहादुर शास्त्री अकादमी The Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाता है, उसके बाद उन्हें देहरादून स्थित इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट एकेडमी Indira Gandhi National Forest Academy (IGNFA) में प्रशिक्षित किया जाता है। आईएफएस परीक्षा को सामान्य वर्ग के विद्यार्थी छह बार दे सकते हैं।
इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वद्यालय से एनिमल हस्बैंड्री एंड वेटरिनेरी साइंस, बॉटनी, केमिस्ट्री, जियोलॉजी, मैथमेटिक्स, फिजिक्स, स्टेटिस्टिक्स और जूलॉजी (Animal Husbandry & Veterinary Science/ Botany/ Chemistry/ Geology/ Mathematics/ Physics/ Statistics/ Zoology) में से किसी एक विषय के साथ ग्रेजुएट होना चाहिए। इसके अलावा बीएससी एग्रीकल्चर या फॉरेस्ट्री करने वाले उम्मीदवार भी इंडियन फॉरेस्ट सर्विस की परीक्षा दे सकते हैं। उम्मीदवार की आयु 21 से 32 साल के बीच होनी चाहिए।
दो साल के प्रशिक्षण के बाद उम्मीदवारों को उनके कैडर में प्रोबेशन पर भेजा जाता है जिसके बाद डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (Deputy Conservator of Forest) के पद पर नियुक्ति मिलती है। इसके बाद कंजरवेटर (Conservator of Forest), चीफ कंजरवेटर (Chief Conservator of Forest)और एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर (Additional Chief Conservator of Forest) पद से होते हुए आईएफएस ऑफिसर प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (Principal Chief Conservator of Forest) के पद तक पहुंच जाते हैं। इंडियन फॉरेस्ट सर्विस का सर्वोच्च पद केंद्रीय पर्यावरण सचिव (Environment secretary India) होता है।
शुरुआत में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर की मुख्य जिम्मेदारी नीतियों का निचले स्तर पर कार्यान्वयन होता है। इसके अलावा वन और वन्यजीवों का संरक्षण आईएफएस अधिकारियों की प्राथमिकता होती है। धीरे-धीरे यह जिम्मेदारी बढ़ती जाती है। उच्च स्तरों पर नीतिगत निर्णय लेने होते हैं। आईएफएस अधिकारियों की नेशनल पार्क, प्राणि व वनस्पति उद्यानों में तैनाती की जा सकती है। इनकी वन्यजीव अभ्यारण्य में भी तैनाती की जाती है।
इंडियन फॉरेस्ट सर्विस ऑफिसर्स की विभिन्न पदों पर सैलरी अलग-अलग होती है। डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट को 1,18,500 रुपए से 2,14,100 रुपए प्रतिमाह तक सैलरी मिलती है। कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट को 1,31,100 रुपए से 2,16,600 रुपए तक हर महीने तक सैलरी मिलती है। इसी तरह चीफ कंजरवेटर को हर महीने 1,44,200 रुपए से 2,15,200 रुपए तक वेतन मिलता है। एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर को 1,82,200 रुपए से 2,24,100 रुपए महीने तक सैलरी मिलती है। प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट को प्रतिमाह 2,05,400 रुपए से 2,24,400 रुपए तक वेतन मिलता है।
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